पेरिस ओलिंपिक में भारतीय हॉकी टीम के बेहतरीन प्रदर्शन और सेमीफाइनल में जगह बनाने के बाद हाकी खिलाड़ी गुरजंट सिंह के घर पर जश्न का माहौल बना हुआ है। फाइनल होने तक घर में शादी जैसा माहौल बना रहेगा और गुरजंट सिंह के पिता को बधाई देने वालों का तांता लगा हुआ है। रविवार को हॉकी इंडिया ने ग्रेट ब्रिटेन को हराकर सेमीफाइनल में प्रवेश कर लिया है और अब मंगलवार को जर्मनी के साथ फाइनल खेला जाएगा। गुरजंट के पिता बलदेव सिंह ने कहा, “भारतीय हॉकी टीम ने पेरिस ओलिंपिक में ग्रेट ब्रिटेन को हराकर सेमीफाइनल के लिए क्वालीफाई किया। इससे वे बहुत खुश हैं। पिछली बार टीम को कांस्य पदक मिला था और ईश्वर से कामना करता हूं कि इस बार इसका रंग बदलें और टीम गोल्ड लेकर ही वापस आए। सेमीफाइनल में जाने से परिवार खुश : सुखजिंदर कौर गुरजंट की मां सुखजिंदर कौर ने कहा कि, खिलाड़ी कड़ी मेहनत कर रहे हैं और इस बार गोल्ड मेडल लेकर आएं। सेमीफाइनल में जाने से पूरा परिवार खुश है। उन्हें बहुत खुशी हो रही है कि उनका बेटा ओलिंपिक खेल रहा है।” गुरजंट के चाचा ने कहा कि, “इस जीत से बहुत खुशी हो रही है। भतीजे ने इस घर और क्षेत्र का नाम रोशन किया है। ओलिंपिक जाने से पहले गुरजंट ने वादा किया था कि इस बार पदक का रंग बदलेगा और वह गोल्ड मेडल जीतकर आएंगे। मैच बहुत मुश्किल था, लेकिन आखिर में वो जीत गए।” पेरिस ओलिंपिक में भारतीय हॉकी के सेमीफाइनल में पहुंचने पर, गुरजंट के माता-पिता को गांव के लोग बधाई देने के लिए आ रहे हैं। भारत ने पेनल्टी शूट आउट में ग्रेट ब्रिटेन को 4-2 से हराकर सेमीफाइनल में जगह बना ली है। टोक्यो ओलिंपिक में कांस्य पदक जीतने वाली टीम का हिस्सा थे गुरजंट गुरजंट ने एक प्रोफेशनल खिलाड़ी के रूप में वर्ष 2016 से खेलना शुरू किया, जब एफआईएच जूनियर हॉकी कप प्रतियोगिता में हिस्सा लिया। इस दौरान उनका खेल कई खेल विशेषज्ञों की नजर में चढ़ा और उसे अलग-अलग विशेषज्ञों ने प्रोत्साहित करना शुरू कर दिया। वर्ष 2017 के दौरान उन्होंने प्रमुख टूर्नामेंट में भाग लिया। ओलिंपिक में चयन हुआ तो टोक्यो ओलिंपिक 2020 में कांस्य पदक जीता। राष्ट्र मंडल खेलों में उनका प्रदर्शन सभी को भाया। राष्ट्र मंडल खेल-2014 (ग्लासगो, स्कॉटलैंड) में रजत पदक हासिल हासिल करने वाली टीम का भी वे हिस्सा थे। 19वें एशियाई खेल 2022 हांगझाऊ (चीन) में टीम ने स्वर्ण पदक जीता। 2021 में मिला था अर्जुन पुरस्कार जूनियर विश्व कप-2016, जूनियर एशिया कप-2015 और हीरो एशिया कप-2017 में भी टीम ने स्वर्ण पदक जीता। भारत सरकार के खेल मंत्रालय की ओर से वर्ष 2021 में उनको अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित किया गया। वर्ष 2019 में सुल्तान अजलान शाह कप में भी उन्होंने बढ़िया प्रदर्शन किया। वह करीब 50 मैच खेल चुके हैं। इनमें वह 32 से अधिक गोल कर चुके हैं।