पेरिस ओलंपिक में 100 ग्राम अधिक वजन होने के कारण अयोग्य घोषित होने के बाद पदक से चूकने वाली पहलवान विनेश फोगाट ने सोमवार को अपने पैतृक गांव बलाली में रक्षाबंधन मनाया। इस दौरान विनेश ने अपने भाई हरेंद्र फोगाट की कलाई पर राखी बांधी। भाई हरेंद्र फोगाट ने विनेश फोगाट को शगुन के तौर पर 500 रुपये के नोटों की गड्डी दी। इसका एक वीडियो भी सामने आया है। जिसमें विनेश फोगाट अपने भाई के हाथ पर बंधी राखी दिखाते हुए हंसी-मजाक करती नजर आ रही हैं। वीडियो में विनेश हंसते हुए कहती नजर आ रही हैं, ‘मैं करीब 30 साल की हूं। पहले मुझे 10 रुपये मिलते थे। पिछले साल मेरे भाई ने मुझे 500 रुपये दिए थे, लेकिन इस बार मुझे ये (500 रुपये के नोटों की गड्डी दिखाते हुए) मिले हैं। मेरे भाई ने जिंदगी में इतना ही कमाया है, जो मेरे हिस्से में आ गया।’ अयोग्य घोषित होने के बाद पदक से चूक गईं बता दें कि इस बार विनेश फोगाट ने पेरिस ओलंपिक में 50KG फ्रीस्टाइल कुश्ती में हिस्सा लिया था। 6 अगस्त को उन्होंने एक ही दिन में तीन मुकाबले खेलकर फाइनल में प्रवेश किया और रजत पदक हासिल किया। स्वर्ण पदक के लिए विनेश का मुकाबला 7 अगस्त की रात को होना था। लेकिन उसी दिन सुबह विनेश को अयोग्य घोषित कर दिया गया, क्योंकि मुकाबले से पहले उनका वजन 50KG वर्ग से 100 ग्राम अधिक था। जिसके बाद विनेश ने कुश्ती से संन्यास की घोषणा कर दी। भारत लौटने पर विनेश का भव्य स्वागत दो दिन पहले विनेश पेरिस से भारत लौटी थीं। विनेश के स्वागत के लिए नई दिल्ली एयरपोर्ट से उनके गांव बलाली तक 125 किलोमीटर लंबा रोड शो आयोजित किया गया, जिसमें 100 से अधिक स्थानों पर उनका स्वागत किया गया। कई स्थानों पर उन्हें नोटों की माला पहनाई गई। रात को बलाली गांव पहुंचने पर उनका भव्य स्वागत किया गया, जिसमें विनेश फोगाट को सम्मान स्वरूप उपहारों की वर्षा की गई। किसी ने उन्हें गोल्ड मेडल भेंट किया, तो किसी ने नोटों की माला पहनाकर सम्मानित किया। भव्य स्वागत देखकर विनेश की आंखें भर आईं।