पेरिस ओलिंपिक में शानदार प्रदर्शनकर हरियाणा का नाम विश्व स्तर पर चमकाने वाले खिलाड़ियों को सरकार की ओर से खेल नीति के मुताबिक पुरस्कार राशि जारी कर दी गई है। ओलिंपिक में सिल्वर मेडल विजेता को 4 करोड़ एवं ब्रॉन्ज मेडल विजेता को ढाई करोड़ रुपए दिए गए हैं। इसके अलावा ओलिंपिक में पार्टिसिपेट करने वाले सभी खिलाड़ियों को 15-15 लाख रुपए मिले हैं। यह राशि प्राप्त होने की पुष्टि खिलाड़ियों ने की है। सरकार की ओर से इस राशि वितरण को लेकर रोहतक में 17 अगस्त काे कार्यक्रम होना था, लेकिन आचार संहिता के चलते रद्द कर दिया गया। विभाग के उप निदेशक राजेन्द्र गुप्ता ने बताया कि खिलाड़ियों के खातों में राशि भिजवा दी गई है। 8 खिलाड़ी करोड़पति बने हैं बाकी लखपति बने हैं। हरियाणा के 25 खिलाड़ियों ने लिया था ओलिंपिक में हिस्सा
ओलिंपिक में हरियाणा के 25 खिलाड़ियों ने हिस्सा लिया था। जिसमें से 4 ने व्यक्तिगत तथा 3 खिलाड़ियों ने टीम स्पर्धा हॉकी में मेडल जीतने में कामयाबी हासिल की। नीरज चोपड़ा ने सिल्वर मेडल तो मनु भाकर ने दो ब्रॉन्ज मेडल जीते। वहीं, सरबजोत सिंह ने एक ब्रॉन्ज मेडल प्राप्त किया। इसके साथ ही अपने पहले ही ओलिंपिक में अमन सहरावत ने एक ब्रॉन्ज मेडल जीतने में सफलता हासिल की। महिला कुश्ती में 50 किलोग्राम में फाइनल में पहुंचने वाली विनेश फोगाट के प्रदर्शन को भी सरकार ने पदक जिताऊ प्रदर्शन माना है और चार करोड़ रुपए दिए। विनेश सेमीफाइनल के बाद ओवर वेट के कारण अयोग्य घोषित की गई थी। सुमित बोले- परिवार के लिए घर बनाएंगे
हॉकी के खिलाड़ी सुमित कुमार ने बताया कि इस राशि के एक हिस्से से जहां वे गांव में खेलों की बुनियादी जरूरत को पूरा करेंगे। पाश्वनार्थ में अपने परिवार के लिए आवास तैयार करवाएंगे। वहीं, शूटिंग खिलाड़ी सरबजोत अपनी शूटिंग स्किल्स को बेहतर बनाने के लिए अत्याधुनिक उपकरण के साथ नई गाड़ी खरीदने की प्लानिंग कर रहे हैं। सरबजोत राज्य सरकार की दी गई खेल विभाग में डिप्टी डायरेक्टर की सरकारी नौकरी लेने से इनकार कर चुके हैं। विनेश को इनाम राशि देने वालों की लिस्ट वायरल, पति ने बताई सच्चाई
वहीं विनेश फोगाट का दिल्ली एयरपोर्ट से लेकर उनके गांव बलाली तक स्वागत करने वालों की लिस्ट अब इनाम राशि के साथ सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। इसमें दावा किया जा रहा है कि विनेश को विभिन्न संस्थाओं से करोड़ों रुपए का इनाम मिला है। इनमें कुछ नामी संस्थाओं से जुड़े लोग भी अपनी इनाम राशि को लेकर प्रचार प्रसार करने में लगे हैं। लेकिन, विनेश के पति सोमवीर राठी ने इन दावों की हवा निकाल दी है। उन्होंने कहा है कि उन्हें कोई इनाम नहीं मिला है। यह सस्ती लोकप्रियता पाने का साधन है। 125 किमी का रोड शो निकला
बता दें कि पेरिस ओलिंपिक से खेलकर स्वदेश लौटी विनेश फोगाट का शनिवार को भव्य स्वागत हुआ। दिल्ली एयरपोर्ट से उनके पैतृक गांव बलाली तक करीब 125 किलोमीटर का रोड शो निकाला गया। इसी बीच 100 से ज्यादा जगहों पर उनका स्वागत किया गया। हर जगह कार्यक्रम में विनेश को लोगों ने पुरस्कार स्वरूप नोटों की मालाएं, मेडल, गदा और अन्य उपहार दिए। बलाली पहुंचने पर भी सैकड़ों लोगों ने विनेश को कुछ न कुछ भेंट किया। इसके लिए विनेश सभी लोगों का धन्यवाद कर चुकी हैं। सोशल मीडिया पर लिस्ट वायरल हुई
इसके बाद रविवार को सोशल मीडिया पर एक लिस्ट वायरल हुई, जिसमें विनेश को करोड़ों रुपए की भारी भरकम इनाम राशि दिए जाने का दावा किया गया। X पर कई वेरिफाइड अकाउंट होल्डर भी इसे शेयर कर चुके। शाम होते-होते इस लिस्ट पर किसी तरह का कोई रिएक्शन एवं ऑब्जेक्शन न आने के चलते लोग इसे प्रमाणित समझ रहे थे। इसी बीच विनेश फोगाट के पति सोमवीर राठी ने इस लिस्ट का खंडन कर दिया। यह सोमवीर ने जवाब दिया
सोमवीर राठी ने X पर लिखा, ‘निम्नलिखित संस्थाओं, व्यापारियों, कंपनियों और पार्टियों द्वारा विनेश फोगाट को कोई धनराशि प्राप्त नहीं हुई है। आप सभी हमारे शुभ चिंतक लोग हैं। कृपया झूठी खबरें न फैलाएं। इससे हमारा नुकसान तो होगा ही, सामाजिक मूल्यों का भी नुकसान होगा। यह सस्ती लोकप्रियता पाने का साधन मात्र है।’ गांव वालों ने 100 रुपए से लेकर 21 हजार तक दिया इनाम
विनेश के गांव बलाली पहुंचने पर ग्रामीणों ने एकजुट होकर विनेश के लिए पुरस्कार की रकम जुटाई। छोटे-बड़े सभी ने इसमें बढ़-चढ़ कर अपनी ओर से योगदान दिया, जिसमें गांव के चौकीदार की ओर से 100 से लेकर फौजी भाईचारा समूह के सदस्यों की ओर से 21,000 तक की रकम शामिल था। कथित तौर पर दान देर रात में आया। गांव की सरपंच रीतिका सांगवान विनेश के स्वागत समारोह में शामिल नहीं हो सकीं और उन्होंने अपने पति से उनका स्वागत करने के लिए कहा। विनेश फोगाट मामले में अब तक क्या हुआ, सिलसिलेवार ढंग से पढ़ें… 1. ओलिंपिक के फाइनल में पहुंचने वाली पहली भारतीय महिला रेसलर
विनेश फोगाट ने 50 किग्रा वेट कैटेगरी में मंगलवार को 3 मैच खेले। प्री-क्वार्टर फाइनल में उन्होंने टोक्यो ओलिंपिक की चैंपियन यूई सुसाकी को हरा दिया। क्वार्टर फाइनल में उन्होंने यूक्रेन और सेमीफाइनल में क्यूबा की रेसलर को पटखनी दी। विनेश फाइनल में पहुंचने वालीं पहली ही भारतीय महिला रेसलर बनीं थीं। सेमीफाइनल तक 3 मैच खेलने के बाद उन्हें प्रोटीन और एनर्जी के लिए खाना खिलाया गया, जिससे उनका वजन 52.700 किग्रा तक बढ़ गया। 2. विनेश का वजन 2.7 किलो ज्यादा था
भारतीय ओलिंपिक टीम के डॉक्टर दिनशॉ पारदीवाला के मुताबिक, विनेश का वेट वापस 50KG पर लाने के लिए टीम के पास सिर्फ 12 घंटे थे। विनेश पूरी रात नहीं सोईं और वजन को तय कैटेगरी में लाने के लिए जॉगिंग, स्किपिंग और साइकिलिंग जैसी एक्सरसाइज करती रहीं। विनेश ने अपने बाल और नाखून तक काट दिए थे। उनके कपड़े भी छोटे कर दिए गए थे। 3. वजन घटाने को सिर्फ 15 मिनट मिले, 100 ग्राम ज्यादा था
बुधवार सुबह दोबारा से विनेश के वजन की जांच की गई। इसके बाद नियमानुसार सिर्फ 15 मिनट मिले, लेकिन इतने कम समय में विनेश का वजन घटाकर 50KG तक नहीं लाया जा सका। लास्ट में जब वेट किया गया तो विनेश का वजन तय सीमा से 100 ग्राम अधिक निकला। ओलिंपिक कमेटी के फैसले के बाद विनेश की तबीयत बिगड़ गई। उन्हें अस्पताल भर्ती करवाया। 4. डिस्क्वालिफिकेशन के खिलाफ अपील भी की
विनेश ने संन्यास के ऐलान से पहले बुधवार रात अपने डिस्क्वालिफिकेशन के खिलाफ अपील दायर की। उन्होंने कोर्ट ऑफ आर्बिट्रेशन फॉर स्पोर्ट्स से मांग की कि उन्हें संयुक्त रूप से सिल्वर मेडल दिया जाए। विनेश ने पहले फाइनल खेलने की मांग भी की थी। फिर उन्होंने अपील बदली और अब संयुक्त रूप से सिल्वर दिए जाने की मांग की। 5. विनेश ने लिया संन्यास, सोशल मीडिया पर डाली पोस्टविनेश ने गुरुवार सुबह कुश्ती से संन्यास लेने का ऐलान कर दिया। उन्होंने गुरुवार सुबह 5.17 बजे सोशल मीडिया (X) पर इसका ऐलान किया। विनेश ने 5 लाइनों की पोस्ट में लिखा- “मां कुश्ती मेरे से जीत गई, मैं हार गई। माफ करना आपका सपना, मेरी हिम्मत सब टूट चुके। इससे ज्यादा ताकत नहीं रही अब। अलविदा कुश्ती 2001-2024, आप सबकी हमेशा ऋणी रहूंगी। …माफी।” 6. 14 अगस्त को अपील खारिज हुई
14 अगस्त को कोर्ट ऑफ आर्बिट्रेशन फॉर स्पोर्ट्स ने विनेश फोगाट की याचिका खारिज कर दी थी। विनेश फोगाट ने याचिका लगाकर सिल्वर मेडल की मांग की थी।
विनेश फोगाट को सिल्वर मेडलिस्ट जैसा इनाम:हरियाणा सरकार ने 4 करोड़ दिए; मनु भाकर को डबल रकम, आचार संहिता से सरकारी कार्यक्रम टला
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