भारत के अनुभवी तीरंदाज तरुणदीप राय का कहना है कि चौथे ओलंपिक में हिस्सा लेते हुए उनके लिए यह ‘अभी नहीं तो कभी नहीं’ वाली स्थिति है। वे पेरिस ओलिंपिक में भारतीय आर्चरी टीम का हिस्सा हैं और अनौपचारिक ‘मेंटोर’ के तौर पर भी काम कर रहे हैं। पेरिस ओलिंपिक गेम्स में गुरुवार को भारतीय तीरंदाज क्वालिफिकेशन दौर से अभियान शुरू करेंगे। 40 साल के तरुणदीप राय अपने चौथे ओलिंपिक में पहला मेडल जीतने की कोशिश में जुटे हैं। उन्होंने ओलिंपिक गेम्स को छोड़कर वर्ल्ड लेवल से लेकर कॉन्टीनेंटल लेवल की हर चैंपियनशिप में मेडल जीते हैं। तरुणदीप की मुख्य बातें… टोक्यो-2021 में क्वार्टर फाइनल तक पहुंचे थे तरुणदीप
सिक्किम के अनुभवी तीरंदाज तरुणदीप ने 2004-एथेंस, 2012-लंदन और 2021-टोक्यो ओलिंपिक में भी हिस्सा लिया था। वे टोक्यो के क्वार्टर फाइनल में पहुंचने वाली भारतीय पुरुष टीम का हिस्सा रहे हैं। सिक्किम में एक अकादमी चलते हैं राय
राय ने सिक्किम में एक अकादमी बनाई है। वे कहते हैं ‘कोचिंग देना या नहीं देना, लेकिन आपको खेल को कुछ वापस देना होता है। हमारे पास इसी चीज कमी थी। तो अपनी तकनीक और अनुभव को जूनियर खिलाड़ियों को दे रहा हूं। सीनियर तीरंदाजों को इस तरह वापस आकर कोचिंग की कमी को पूरा करा चाहिए।’ उन्होंने कहा, ‘मैं अपने 28 साल के अनुभव को घर बैठकर बर्बाद नहीं करना चाहता। तीरंदाजी संघ को भी इसके बारे में सोचना चाहिए। मैं भविष्य में भारतीय तीरंदाजी में योगदान देना चाहता हूं।’ 36 साल से भारतीय टीम को मेडल का इंतजार
भारतीय तीरंदाज 1988 में पदार्पण के बाद से नियमित रूप से ओलिंपिक में हिस्सा लेते रहे हैं, लेकिन अभी तक पदक नहीं जीत पाये हैं।
भारतीय तीदंराज तरुणदीप बोले- अभी नहीं तो कभी नहीं:पेरिस ओलिंपिक में कल ऑर्चरी का क्वॉलिफिकेशन राउंड; चौथा ओलिंपिक खेल रहे हैं
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