नेपाल के कामी रीता शेरपा ने माउंट एवरेस्ट पर चढ़ाई का नया रिकॉर्ड बनाया। नेपाल के राष्ट्रपति के आर्थिक सलाहकार रामचंद्र पौडेल ने इस्तीफा दिया। वहीं, एन चंद्रशेखरन टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स के चेयरमैन बने। आइए आज के ऐसे ही प्रमुख करेंट अफेयर्स पर नजर डालते हैं, जो सरकारी नौकरियों की तैयारी कर रहे स्टूडेंट्स के लिए अहम हैं… इंटरनेशनल (INTERNATIONAL) 1. भारत-ईरान के बीच चाबहार पोर्ट समझौता हुआ: 13 मई को भारत ने ईरान के साथ चाबहार पोर्ट समझौता पर हस्ताक्षर किए। इस डील के बाद 10 सालों के लिए चाबहार पोर्ट का मैनेजमेंट भारत को सौंप दिया गया। इससे साउथ एशिया से सेंट्रल एशिया के बीच ईरान के रास्ते एक नया ट्रेड रूट खुल गया है। 2. कामी रीता शेरपा ने माउंट एवरेस्ट पर चढ़ाई का रिकॉर्ड तोड़ा: 12 मई को नेपाल के मशहूर पर्वतारोही कामी रीता शेरपा ने दुनिया की सबसे ऊंची चोटी माउंट एवरेस्ट (8,849 मीटर) पर 29वीं बार चढ़ाई की। उन्होंने इस चोटी पर सबसे ज्यादा बार चढ़ने का अपना ही रिकॉर्ड तोड़ दिया। 3. नेपाल के राष्ट्रपति के आर्थिक सलाहकार का इस्तीफा: 12 मई को नेपाल के राष्ट्रपति रामचंद्र पौडेल ने अपने आर्थिक सलाहकार चिरंजीवी नेपाल का इस्तीफा मंजूर कर लिया। चिरंजीवी ने 100 रुपए के नए नोट जारी करने के सरकार के फैसले पर विवादास्पद टिप्पणी को लेकर इस्तीफा दिया। नियुक्ति (APPOINTMENT) 4. IPS इदाशिशा नोंगरांग पूर्वोत्तर भारत की पहली महिला DGP बनीं: 11 मई को मेघालय सुरक्षा आयोग ने IPS की वरिष्ठ अधिकारी इदाशिशा नोंगरांग को मेघालय की पहली डिप्टी जनरल ऑफ पुलिस (DGP) नियुक्त किया। वह डॉ. लज्जा राम बिश्नोई की जगह लेंगी, जो 19 मई को रिटायर्ड हो रहे हैं। 5. एन चंद्रशेखरन टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स के चेयरमैन बने: टाटा ग्रुप ने टाटा संस के चेयरमैन नटराजन चंद्रशेखरन को टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स का चेयरमैन नियुक्त किया है। चंद्रशेखरन, बनमाली अग्रवाल की जगह लेंगे। बनमाली अब टाटा ग्रुप में सलाहकार की भूमिका निभाएंगे। स्पोर्ट्स (SPORTS) 6. दीक्षा ने 1500 मीटर रेस में नेशनल रिकॉर्ड बनाया: 11 मई को अमेरिका के लॉस एंजिलिस में भोपाल की केएम दीक्षा ने साउंड रनिंग ट्रैक फेस्ट में हिस्सा लेकर 1500 मीटर का नेशनल रिकॉर्ड बनाया। 25 साल की दीक्षा ने 4 मिनट 04.78 सेकंड का समय लिया और तीसरे नंबर पर रहीं। आज का इतिहास (TODAY’S HISTORY) 13 मई का इतिहास: 1880 में आज के दिन ही वैज्ञानिक थॉमस अल्वा एडिसन ने इलेक्ट्रिक ट्रेन का पहला ट्रायल किया था। 2 डिब्बों की इस ट्रेन को लगभग आधा किलोमीटर के ट्रैक पर चलाया गया था। ट्रेन का इंजन भी एक डिब्बे जैसा ही था, जिसे ‘पुलमैन’ नाम दिया गया। एडिसन ने जिस ट्रैक पर ये ट्रायल किया, 1882 में उसकी लंबाई बढ़ाकर लगभग 3 मील कर दी गई थी।