नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने बीते 5 मई को NEET UG एग्जाम कंडक्ट कराया। इसका फाइनल रिजल्ट 14 जून को जारी किया जाएगा। रिजल्ट के साथ ही कटऑफ भी जारी होगा। पिछले साल जनरल कैटेगरी की कटऑफ 720-137 और रिजर्व कैटेगरी यानी ओबीसी, एससी और एसटी की 136-107 थी। वे कैंडिडेट्स जो कम फीस वाले सरकारी कॉलेज की सीट पर एडमिशन पाना चाहते हैं, उनका NEET स्कोर अच्छा होना बहुत जरूरी है। ऐसे में जिन कैंडिडेट्स का NEET स्कोर अच्छा नहीं होगा, उन्हें प्राइवेट कॉलेजों में दाखिला लेना होगा। आम तौर पर, प्राइवेट मेडिकल कॉलेजों की फीस सरकारी कॉलेजों से कहीं ज्यादा होती है। इस बार टॉप कॉलेज में जानेंगे ऐसे मेडिकल कॉलेजों के बारे में जहां आप कम फीस में एडमिशन ले सकते हैं.. 1. क्रिस्चिअन मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (CMS), वेल्लोर क्रिस्चिअन मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल के दो कैंपस हैं – एक मेन कैंपस है, जो वेल्लोर सिटी के बीच में है और दूसरा बगायम में, जो मुख्य परिसर से लगभग 7 किमी दूर है। CMC में 8,800 से अधिक एम्पलॉयी हैं, जिनमें 1,528 से अधिक डॉक्टर और 2,400 नर्सें शामिल हैं। साल 2023 के लिए नेशनल इंस्टीट्यूशनल रैंकिंग फ्रेमवर्क मेडिकल रैंकिंग में इसे भारत में तीसरा स्थान दिया गया। कोर्सेज : MBBS के अलावा 57 पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा और डिग्री मेडिकल कोर्सेज (इनमें MS, MD, DM, MCh, बैचलर ऑफ साइंस, मास्टर ऑफ साइंस और PHd शामिल है), 44 एलाइड हेल्थ साइंस कोर्सेज और 14 नर्सिंग और दूसरे फील्ड को कोर्सेज प्रोवाइड करता है। इसके अलावा, कॉलेज 52 फेलोशिप कोर्सेज भी ऑफर करता है। ऐसे मिलेगा एडमिशन : 12वीं के बाद NEET UG स्कोर के बेसिस पर MBBS कोर्सेज में एडमिशन ले सकते हैं। 2. एसडीएम कॉलेज ऑफ मेडिकल साइंसेस एंड हॉस्पिटल, धारवाड़ एसडीएम कॉलेज ऑफ मेडिकल साइंसेज कर्नाटक के धारवाड़ के मंजुश्रीनगर में स्थित है। कॉलेज हुबली और धारवाड़ के बीच नवलूर रेलवे स्टेशन के पास बना है। यह देश के सबसे बड़े प्राइवेट मेडिकल इंस्टिट्यूशन्स में से एक है और कर्नाटक में सबसे बड़ा है। कॉलेज मेडिसिन और सर्जरी में कोर्सेज प्रोवाइड करता है। कोर्सेज : कॉलेज MBBS के अलावा, पैरा-मेडिकल, नर्सिंग, फिजियोथेरेपी और प्राकृतिक चिकित्सा जैसे कोर्सेज में डिप्लोमा भी प्रोवाइड करता है। ऐसे मिलेगा एडमिशन : 12वीं के बाद NEET UG स्कोर के बेसिस पर MBBS कोर्सेज में एडमिशन ले सकते हैं। 3. महात्मा गांधी इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेस (MGIMS), वर्धा MGIMS भारत का पहला ग्रामीण मेडिकल कॉलेज है। यह भारत के महाराष्ट्र के सेवाग्राम में है। इसका मैनेजमेंट कस्तूरबा हेल्थ सोसायटी द्वारा किया जाता है। संस्थान हर साल MBBS के 100 कैंडिडेट्स को इनरोल करता है। इसमें से आधे महाराष्ट्र राज्य से और बाकी आधे शेष भारत से आते हैं। कोर्सेज : कॉलेज MBBS के साथ-साथ MD और MS की डिग्री और मेडिसिन और सर्जरी में डिप्लोमा कोर्सेज ऑफर करता है। ऐसे मिलेगा एडमिशन : 12वीं के बाद NEET UG स्कोर के बेसिस पर MBBS कोर्सेज में एडमिशन ले सकते हैं। 4. त्रिची एसआरएम मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर, तिरुचिरापल्ली यह एसआरएम ग्रुप ऑफ एजुकेशनल इंस्टीट्यूशंस का एक हिस्सा है। यह तमिलनाडु की डॉ. एमजीआर मेडिकल यूनिवर्सिटी से एफिलिएटेड है। कोर्सेज : कॉलेज MBBS के अलावा, पैरा-मेडिकल, नर्सिंग, फार्मेसी, फिजियोथेरेपी और प्राकृतिक चिकित्सा जैसे कोर्सेज में डिप्लोमा भी प्रोवाइड करता है। ऐसे मिलेगा एडमिशन : 12वीं के बाद NEET UG स्कोर के बेसिस पर MBBS कोर्सेज में एडमिशन ले सकते हैं। 5. आर्मी कॉलेज ऑफ मेडिकल साइंसेज (ACMS), नई दिल्ली ACMS, गुरु गोबिंद सिंह इंद्रप्रस्थ यूनिवर्सिटी से एफिलिएटेड एक मेडिकल कॉलेज है। यह आर्मी वेलफेयर एजुकेशन सोसाइटी (AWES) द्वारा सपोर्टेड है। यह बेस हॉस्पिटल दिल्ली कैंट, नई दिल्ली के पास स्थित है। इस कॉलेज में हर साल 100 स्टूडेंट्स को एडमिशन मिलता है। कोर्सेज : कॉलेज केवल MBBS कोर्स ऑफर करता है। ऐसे मिलेगा एडमिशन : 12वीं के बाद NEET UG स्कोर के बेसिस पर MBBS कोर्सेज में एडमिशन ले सकते हैं। ये भी पढ़ें… दिल्ली-मुंबई के बेस्ट इंजीनियरिंग कॉलेज:JEE Mains स्कोर से टॉप कॉलेजों में लें एडमिशन, गुरु गोबिंद सिंह यूनिवर्सिटी से मिलेगी BTech+MTech डुअल डिग्री