Saturday, July 27, 2024
HomeGovt Jobsविश्‍व पर्यावरण दिवस आज:नेचर लवर्स जानें एग्रीकल्‍चर के कोर्सेज, बेस्‍ट कॉलेज, नौकरी...

विश्‍व पर्यावरण दिवस आज:नेचर लवर्स जानें एग्रीकल्‍चर के कोर्सेज, बेस्‍ट कॉलेज, नौकरी के मौके और करियर की संभावनाएं

साल 1972 में यूनाइटेड नेशन्स ने स्टॉकहोम में एक सम्मेलन किया। इस सम्‍मेलन का मुद्दा था पर्यावरण संरक्षण। मीटिंग में माना गया कि पर्यावरण के संरक्षण के लिए लोगों को अपने पर्यावरण को हो रहे नुकसानों के बारे में जागरूक करना जरूरी है। बैठक में फैसला लिया गया कि हर साल 5 जून को पूरी दुनिया में वर्ल्‍ड एनवायरनमेंट डे मनाया जाएगा, और इस दिन को प्रकृति की देखभाल के लिए डेडिकेट किया जाएगा। साल 1974 में पहली बार वर्ल्‍ड एनवायरनमेंट डे मनाया गया। इसके बाद से हर साल अलग-अलग थीम के साथ ये दिन मनाया जाता है। इस साल विश्‍व पर्यावरण दिवस की थीम है Land Restoration, Desertification And Drought Resilience यानी भूमि पुनर्स्थापन, मरुस्थलीकरण और सूखे से निपटने की क्षमता। अगर आप एक नेचर लवर हैं तो एग्रीकल्‍चर के सेक्‍टर में करियर की अपार संभावनाएं हैं। आइये जानते हैं एग्रीकल्‍चर के कोर्सेज, बेस्‍ट कॉलेज, नौकरी के मौके और करियर की संभावनाएं- एग्रीकल्‍चर में करें 3 साल का ग्रेजुएशन
देश के विभिन्न कॉलेज या यूनिवर्सिटीज में एग्रीकल्चर में ग्रेजुएशन (B.Sc. AG) के लिए तीन प्रक्रिया हैं। साइंस स्ट्रीम से या एग्रीकल्चर में 12वीं करने वाले स्टूडेंट ही B.Sc. AG के लिए अप्लाई कर सकते हैं। इंडियन काउंसिल ऑफ एग्रीकल्चर रिसर्च ऑल इंडिया एंट्रेंस एग्जामिनेशन फॉर एडमिशन (ICAR AIEEA) का एग्जाम देकर स्टूडेंट्स देश भर के एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी में एडमिशन ले सकते हैं
इसके अलावा, स्टेट लेवल एंट्रेंस एग्जाम क्लियर करके एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी में एडमिशन ले सकते हैं। जैसे – मध्य प्रदेश के लिए MP-PAT, उत्तर प्रदेश के लिए UPCATET, महाराष्ट्र के लिए MHT-CET और त्रिपुरा के लिए TJEE आदि।
कुछ एग्रीकल्चर कॉलेज और यूनिवर्सिटी 12वीं में मार्क्स के आधार पर डायरेक्ट एडमिशन भी देते हैं। एग्रीकल्चर में ग्रेजुएशन करने के बाद मौके
एग्रीकल्चर में ग्रेजुएट होने के बाद स्टूडेंड्स विभिन्न स्ट्रीम में मास्टर्स के लिए अप्लाई कर सकते हैं। एग्रीकल्चर सेक्टर की सबसे बड़ी सरकारी नौकरियां –
एग्री सेक्टर में भी सरकारी जॉब की बहुतेरी संभावनाएं हैं। कैंडिडेट अलग-अलग परीक्षाओं को क्लियर करके जॉब पा सकते हैं। 1. एग्रीकल्चर फील्ड ऑफिसर –
इसके लिए कैंडिडेट को एग्रीकल्चर फील्ड में ग्रेजुएट होना चाहिए। इसकी परीक्षा IBPS के जरिए आयोजित की जाती है।
2. डिस्ट्रिक्ट सुगरकेन ऑफिसर (जिला गन्ना अधिकारी) –
इसके लिए कैंडिडेट को एग्रीकल्चर फील्ड में ग्रेजुएट होना चाहिए।
3. डिस्ट्रिक्ट हॉर्टिकल्चर ऑफिसर –
इसके लिए कैंडिडेट के पास एग्रीकल्चर फील्ड में B.Tech. की डिग्री होनी चाहिए। स्टेट पब्लिक सर्विस कमीशन इस पद के लिए एग्जाम कंडक्ट कराता है।
4. असिस्टेंट एग्रीकल्चर ऑफिसर –
हर साल स्टेट सब-ऑर्डिनेट सिलेक्शन कमीशन के जरिए एग्जाम कराया जाता है। इसके लिए कैंडिडेट को एग्रीकल्चर फील्ड में ग्रेजुएट होना चाहिए।
5. एग्रीकल्चर डेवलपमेंट ऑफिसर –
इसके लिए कैंडिडेट के पास एग्रीकल्चर फील्ड में B.Tech. की डिग्री होनी चाहिए।
6. एग्रीकल्चर एक्सटेंशन ऑफिसर –
कैंडिडेट के पास B.Sc. AG की डिग्री होनी चाहिए। इसके अलावा, कुछ राज्यों में एग्रीकल्चर में B.Tech. की डिग्री होनी चाहिए।
7. एग्रीकल्चर ऑफिसर –
कैंडिडेट के पास एग्रीकल्चर में M.Sc. की डिग्री होनी चाहिए।
8. इंडियन फॉरेस्ट ऑफिसर –
कैंडिडेट के पास B.Sc. AG की डिग्री होनी चाहिए। इसके अलावा किसी भी स्ट्रीम में B.Tech. डिग्री वाले कैंडिडेट भी इसके लिए अप्लाई कर सकते हैं।
9. एग्रीकल्चर प्रोफेसर –
इस पोस्ट के लिए कैंडिडेट के पास P.Hd. + NET या M.Sc. + NET की पढ़ाई पूरी होनी चाहिए।
10. एग्रीकल्चर साइंटिस्ट –
इसके लिए P.Hd. की डिग्री होनी चाहिए। इसके अलावा कैंडिडेट को एग्रीकल्चर साइंटिस्ट बोर्ड के जरिए कराए जाने वाले एग्रीकल्चर रिसर्च एग्जाम देना होता है।
11. डायरेक्टर जनरल ऑफ एग्रीकल्चर –
इसके लिए भी P.Hd. की डिग्री होनी चाहिए। इसके अलावा, कैंडिडेट को एग्रीकल्चर साइंटिस्ट बोर्ड के जरिए कराए जाने वाले एग्रीकल्चर रिसर्च एग्जाम देना होता है। एग्रीटेक स्टार्टअप्स में भी हैं नौकरी के अवसर
भारत में वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय के औद्योगिक नीति एवं संवर्धन विभाग (DPIIT) के आंकड़ों के अनुसार देश में 31 अक्टूबर 2023 तक देश में कुल 6,224 रजिस्टर्ड एग्रीकल्चर स्टार्टअप्स हैं। इन स्टार्टअप में भी जॉब के अवसर हैं। प्राइवेट सेक्टर में भी जॉब की अपार संभावनाएं हैं।
वित्त वर्ष 2023-24 में कृषि मंत्रालय को 1.25 लाख करोड़ रुपए का बजट
अंतरिम बजट में स्पीच के दौरान वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि प्रधानमंत्री किसान संपदा योजना से 38 लाख किसानों को फायदा पहुंचा और 10 लाख रोजगार पैदा हुए हैं। इसके अलावा, प्रधानमंत्री फॉर्मलाइजेशन ऑफ माइक्रो फूड प्रोसेसिंग इंटरप्राइजेज योजना के चलते 2.4 लाख स्वयं सहायता समूहों और 60 हजार लोगों को क्रेडिट के जरिए सहायता दी गई।
वहीं, वित्त वर्ष 2023-24 के केंद्रीय बजट में, वित्त मंत्री ने कृषि शिक्षा और अनुसंधान सहित कृषि और किसान कल्याण मंत्रालय को 1.25 लाख करोड़ रुपए आवंटित किए थे।

RELATED ARTICLES

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Most Popular

Recent Comments