CBSE ने 12वीं बोर्ड एग्जाम का रिजल्ट जारी कर दिया है। भोपाल के कार्मेल कॉन्वेंट BHEL स्कूल की अलजबी हनीफ ने बोर्ड एग्जाम में ह्यूमैनिटीज सब्जेक्ट कॉम्बिनेशन के साथ 95.2% मार्क्स स्कोर किए हैं। अलजबी ने हिस्ट्री, पॉलिटिकल साइंस, इकोनॉमिक्स, इंग्लिश और फाइन आर्ट्स सब्जेक्ट्स के साथ एग्जाम दिया था। खास बात ये है कि उन्होंने फाइन आर्ट्स में 100 में से 100 मार्क्स स्कोर किए हैं। CBSE ने नहीं जारी की मेरिट लिस्ट, टॉपर्स के नाम
इस बार 12वीं में 87.98% स्टूडेंट पास हुए हैं। पिछले साल की तुलना में पासिंग पर्सेंटेज 0.65% बढ़ा है। CBSE बोर्ड एग्जाम के टॉपर्स की लिस्ट जारी नहीं करता है। CBSE ने स्टूडेंट्स के बीच अनहेल्दी कॉम्पिटिशन कम करने के लिए लिया गया है। इसके अलावा बोर्ड की तरफ से किसी टॉपर का नाम भी अनाउंस नहीं किया गया है। दैनिक भास्कर से बातचीत करते हुए अलजबी ने पढ़ाई करने की स्ट्रेटेजी शेयर की। उन्होंने बोर्ड एग्जाम और एंट्रेंस एग्जाम के बीच बैलेंस बनाने को लेकर टिप्स भी शेयर किए.. 12वीं की पढ़ाई के दौरान ड्रम-गिटार से माइंड फ्रेश रखा
अलजबी हनीफ ने बताया कि वो मॉर्निंग शिफ्ट में स्कूल जाती थीं। उन्होंने स्कूल के टीचर्स के गाइडेंस के साथ सेल्फ स्टडी की। उन्होंने बताया कि स्कूल से आने के बाद थोड़ी देर सोने के बाद वो म्यूजिक सीखने जाती थीं ताकि रोज पढ़ाई करने के एक जैसे रूटीन से बोरियत न हो। म्यूजिक क्लास से आने के बाद रोजाना पांच से छह घंटे पढ़ाई की। म्यूजिक क्लास में वो खासतौर पर ड्रम और गिटार प्ले करती थीं। प्री बोर्ड्स की तैयारी के लिए छोड़ दी थी म्यूजिक क्लास
प्री बोर्ड एग्जाम रियल बोर्ड एग्जाम से पहले प्रैक्टिस करने का सबसे बढ़िया तरीका है। अलजबी ने बताया कि उन्होंने मिड टर्म यानी अगस्त-सितंबर के महीने से प्री बोर्ड एग्जाम की तैयारी शुरू कर दी थी। इस दौरान उन्होंने म्यूजिक क्लास से ब्रेक लिया और अपना पूरा फोकस पढ़ाई पर रखा। प्री बोर्ड्स से पहले वो हर दिन करीब 7-8 घंटे पढ़ाई करती थीं। दिसंबर से जनवरी के बीच जब तक एग्जाम नहीं हुए तब तक कई बार रिविजन किया। इस बीच जो भी डाउट आते थे, उनके लिए टीचर्स से मदद मांगी। खुद के लिए रिवॉर्ड सिस्टम सेट किया, हर 1 घंटे पढ़ने के बाद लिया ब्रेक
अलजबी ने कहा कि उनके परिवार का सपोर्ट उनके लिए सबसे बड़ा मोटिवेशन था। इस वजह से उन्होंने एग्जाम में अच्छा परफॉर्म किया और तैयारी के लिए कड़ी मेहनत की। इसके अलावा उन्होंने खुद के लिए रिवॉर्ड सिस्टम भी सेट किया था। उन्होंने एक घंटे पढ़ाई के बाद पसंदीदा गाना सुनना, वॉक करना या गिटार बजाने जैसी एक्टिविटी की और माइंड फ्रेश किया। दिवाली-क्रिसमस की छुट्टियों में तैयार की पेंटिंग शीट्स, दो महीने थ्योरी पढ़ी
अलजबी ने कहा कि फाइन आर्ट्स के सब्जेक्ट में साल भर में 15 पेंटिंग शीट्स सबमिट करनी होती है। उन्होंने ये शीट्स तैयार करने के लिए दिवाली और क्रिसमस की छुट्टियों का इस्तेमाल किया। एग्जाम से दो महीने पहले थ्योरी एग्जाम को दिए और सब्जेक्ट की थ्योरी पर खास फोकस किया। शीट्स पहले से कंप्लीट होने की वजह से सिलेबस पूरा करने का प्रेशर कम था। इस वजह से थ्योरी पार्ट में अच्छा स्कोर करने में मदद मिली। बोर्ड्स के बाद एंट्रेंस एग्जाम की तैयारी के लिए हर दिन की 10 घंटे पढ़ाई
अलजबी ने बताया कि उन्होंने स्कूल से मिलने वाले प्रोजेक्ट्स को बोर्ड एग्जाम से पहले कंप्लीट कर लिया था। इससे उन्हें टाइम मैनेज करने में मदद मिली। बोर्ड एग्जाम और एंट्रेंस एग्जाम के बीच जो कॉमन सिलेबस था, उसे एक साथ क्लियर किया। इसके अलावा जो टॉपिक्स एंट्रेंस एग्जाम के सिलेबस के लिए अलग से पढ़ने थे उसके लिए बोर्ड एग्जाम के बाद पढ़ाई शुरू की। इन टॉपिक्स पर अपनी पकड़ बनाने के लिए बोर्ड एग्जाम के बाद भी हर दिन करीब 10 घंटे पढ़ाई की।